मिलिए, मुस्कुराइए और प्लाज़्माटून्स से वार्तालाप कीजिए
Meet, Greet & Tweet with PlasmaToons

डॉ. बी. एस. मुंजाल एवं डॉ. सूर्यकान्त गुप्ता
Dr. B. S. Munjal, Dr. Suryakant Gupta

हर साल 28 फरवरी, राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस वर्ष "आजादी का अमृत महोत्सव" अभियान के तहत भारतीय स्वतंत्रता के 75 वर्ष को “विज्ञान सर्वत्र पूज्यते” के रूप में चिह्नित करने के लिए 22 - 28 फरवरी 2022 के दौरान एक सप्ताह का उत्सव मनाया गया। यह कार्यक्रम संयुक्त रूप से DST, DBT, CSIR, MoES, DAE, DOS, ICMR, AICTE, और DRDO द्वारा आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम के समापन दिवस की शाम को विज्ञान भवन नई दिल्ली में 28 फरवरी 2022 को एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया। माननीय डॉ. जितेंद्र सिंह,  विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय, पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के राज्य मंत्री, प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, लोक शिकायत व पेंशन, परमाणु ऊर्जा विभाग और अंतरिक्ष विभाग के राज्यमंत्री ने आधिकारिक तौर पर डॉ. बी.एस. मुंजाल (पूर्व-इसरो) एवं डॉ. सूर्यकान्त गुप्ता (आईपीआर) द्वारा लिखित द्विभाषी चित्रात्मक (ग्राफिकल) कार्टून पुस्तक का विभागीय विमोचन किया, जिसका शीर्षक है, "मिलिए, मुस्कुराइए और प्लाज़्माटून्स से वार्तालाप कीजिए"

28th February every year is celebrated as National Science Day. This year, a week-long celebration during 22nd - 28th  February 2022 has been carried out under the “Azadi ka Amrut Mahotsav” campaign to mark 75 Years of Indian Independence as Vigyan Sarvatra Pujyate (means science & technology is revered all over). This event was jointly organised by DST, DBT, CSIR, MoES, DAE, DOS, ICMR, AICTE, and DRDO. On the eve of concluding day of above, a mega event has been held at Vigyan Bhawan New Delhi on 28th Feb 2022. Dr. Jitendra Singh, Hon. Minister of State for the Ministry of Science & Technology, Earth Science and Minister of State for Prime Minister's Office, Personnel, Public Grievances & Pensions, Department of Atomic Energy and Department of Space, officially released the bilingual graphical cartoon book entitled, “Meet Greet and Tweet with PlasmaToons”, authored by Dr. B. S. Munjal (ex-ISRO) and Dr. Suryakant B. Gupta (IPR).

विज्ञान भवन, नई दिल्ली में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर पुस्तक विमोचन के दौरान  माननीय डॉ. जितेंद्र सिंह के साथ लेखक डॉ. बी.एस. मुंजाल एवं डॉ. सूर्यकान्त गुप्ता
Dr. Jitendra Singh with the authors, Dr. B. S. Munjal and Dr. Suryakant Gupta during the Book Release on the National Science Day at Vigyan Bhawan, New Delhi.

यह दृष्टांत पुस्तक प्लाज्मा प्रौद्योगिकी की जटिलताओं का प्रतिनिधित्व करती है और मुख्य रूप से युवा मस्तिष्क का ध्यान विज्ञान की ओर आकर्षित करने के लिए इस पुस्तक का सर्जन कार्टून पुस्तक के रूप में किया गया है। प्लाज़्मटून्स का यह चित्रमय प्रदर्शन, उभरती  हुई युवा पीढ़ी को पदार्थ की चौथी अवस्था के रूप में प्लाज़्मा के विभिन्न  क्षेत्रों में सामाजिक उपयोगों को उजागर करने का अवसर प्रदान करने पर केंद्रित है। इसमें बच्चों की कल्पना के क्षितिज को फैलाकर एक विशद, उदाहरणात्मक और अभिनव तरीके से सामाजिक कल्याण हेतु संभावित प्लाज़्मा अनुप्रयोगों को विस्तृत रूप से उजागर किया गया है।

This illustrative book is representing the complexities of Plasma Technology and is created in the form of cartoons purely as a medium primarily to motivate and draw the attention of young minds. This graphical representation of PlasmaToons, focuses on providing an opportunity for the growing minds to explore the areas of Plasma as the fourth state of matter. The wide canvas of possible plasma applications have been highlighted w.r.t the societal benefits by stretching the horizons of children’s imagination in a vivid, illustrative and in an innovative way.

Cover page of the Book




डॉ. बी. एस. मुंजाल
पूर्व-समूह निदेशक,
अंतरिक्ष उपयोग केन्द्र, इसरो
Ex-Group Director,
Space Application Centre, ISRO
डॉ. सूर्यकान्त बी. गुप्ता
वैज्ञानिक अधिकारी-जी
प्लाज़्मा अनुसंधान संस्थान
Scientific Officer-G
Institute for Plasma Research
Authors of the Book